इस मौलिक रचना लघुकथा ' फूल और कांटा ' के माध्यम से मैंने फूल और कांटे के वार्तालाप द्वारा यह दर्शाने का प्रयास किया है कि सुन्दरता पर इतराना व्यर्थ हैै. किसी भी व्यक्ति या वस्तु की सुुन्दरता उसके व्यवहार व उपयोगिता से होती है. तो प्रस्तुत है लघुकथा.. फूल और कांटा ब्लॉग ' गृह-स्वामिनी ' पर ' लघु कथा ' के अंतर्गत पढ़िए एक लघु कथा- ' फूल और कांटा '....
पतिपत्नी के प्रेम पर आपने बहुत कविताएं पढ़ी होगी। पतिपत्नी के संबंधों की गहनता पर पति द्वारा जीवन संगिनी अर्थात पत्नी को सम्बोधित करती दिल को छू लेने वाली यह भावपूर्ण कविता ' साथी मेरे ' पढ़ें . पति-पत्नी के बीच का संबंध बहुत गहरा , बहुत पवित्र और जन्म जन्मांतर का संबंध होता है. एक दूसरे के लिए वह संगी साथी,जीवन साथी सभी कुछ होते हैं. दोनों एक दूसरे के पूरक होते हैं. संग संग रहते हुए वह एक दूसरे की अनुभूतियों में समा जाते हैं. इसी पवित्र, प्यारे और सुंदर रिश्ते को लक्षित करते हुए लिखी गई है मेरी यह मौलिक कविता . आशा है आपकी प्रतिक्रियाएं अवश्य मिलेगी...